स्थानीय बजरंग दल के संयोजक प्रवीण दरेकर ने दावा किया कि दत्त नगर में गौशाला लगभग 30 साल पुरानी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जब गायों को निगम की गौशाला में स्थानांतरित किया जा रहा था, तो 20-25 गायों को एक ही वाहन में रखा गया था और उनमें से 5-7 घायल हो गईं।
दरेकर ने दावा किया कि इस घटना से “हिंदू समुदाय के लोग” क्रोधित हो गए और जब उन्होंने विरोध किया, तो नगर निगम के कर्मचारियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
दरेकर ने कहा, “अगर हमारे किसी कार्यकर्ता के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज किया गया है, तो हम भी निगम कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे।”
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) विनोद कुमार मीणा ने कहा कि पुलिस को किसी भी पक्ष से कोई शिकायत नहीं मिली है, अगर शिकायत मिलती है तो जांच की जाएगी।
सोशल मीडिया पर घटना के वीडियो में तीखी बहस दिखाई दे रही है, जिसके दौरान कुछ लोगों ने लाठियों से उस वाहन के शीशे तोड़ दिए, जिसमें गायों को नगर निगम के आश्रय स्थल में स्थानांतरित किया जा रहा था।