जम्मू-कश्मीर चुनाव के बीच केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर देश की दो आंखें हैं. हमारे लिए दोनों बराबर हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि विधानसभा चुनाव में बड़ी संख्या में लोग मतदान करेंगे और अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इन चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवारों की बढ़ती संख्या पर जम्मू-कश्मीर के एलजी का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि यह पीएम मोदी की पंचायती राज नीति के कारण संभव हो पाया है.
राजनीतिक दलों को जो कहना है कहने दीजिए, हम काम करते रहेंगे।’
मनोज सिन्हा ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि यहां के लोग लोकसभा चुनाव से भी ज्यादा वोट करेंगे. हमने महिलाओं के लिए जितना किया है उतना किसी ने नहीं किया। पिछले 10 वर्षों में जितना काम हुआ है, उतना पहले कभी नहीं हुआ। विपक्षी नेताओं द्वारा लगातार निशाना साधे जाने पर मनोज सिन्हा ने कहा, ‘मैं कोई राजनीतिक जवाब नहीं दूंगा, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि संवैधानिक पद पर बैठे लोगों को ऐसी बातें कहने की जरूरत नहीं है. राजनीतिक दलों को जो कहना है कहने दीजिए, हम काम करते रहेंगे।’
निर्दलीयों की बढ़ती संख्या पर एलजी ने क्या कहा?
जम्मू-कश्मीर चुनाव 2024 में बड़ी संख्या में निर्दलियों की भागीदारी पर एलजी ने कहा कि 2012 की तुलना में यहां अधिक संख्या में निर्दलियों की भागीदारी है. इसे राजनीतिक दृष्टि से न देखें. पंचायती राज व्यवस्था का विस्तार हुआ है. इससे स्थानीय नेताओं को अब भरोसा हो गया है कि वे अब सिस्टम का हिस्सा बनेंगे. आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने पंचायती राज व्यवस्था को काफी बढ़ावा दिया, जिसके तहत घाटी की हर ग्राम पंचायत को मजबूत किया गया. केंद्र सरकार ने सभी ग्राम पंचायतों के खातों में सीधे पैसा भेजा, ताकि वे अपने गांवों के कल्याण के लिए पैसे का सही इस्तेमाल कर सकें।