यूनियन कार्बाइड कारखाने के 337 टन कचरे को शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर धार जिले के पीथमपुर में निपटाने की योजना के खिलाफ गुरुवार को विभिन्न संगठनों ने इंदौर में विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का दावा है कि इस कदम से औद्योगिक शहर में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण को खतरा है और इससे मध्य प्रदेश की वित्तीय राजधानी इंदौर और इसके आसपास के इलाकों के निवासियों को भी नुकसान होगा।
प्रदर्शनकारी इंदौर में राजस्व संभागीय आयुक्त कार्यालय के बाहर एकत्र हुए।
दुनिया की सबसे भीषण औद्योगिक आपदाओं में से एक को जन्म देने वाली भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री का कचरा जलाने के लिए पिछले हफ्ते पीथमपुर ले जाए जाने के बाद से कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
पश्चिमी मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ क्षेत्र में किसान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक रामस्वरूप मंत्री ने कहा, “हमारी एकमात्र मांग यह है कि यूनियन कार्बाइड कारखाने का कचरा पीथमपुर में नहीं जलाया जाना चाहिए।”
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ”हम अपने प्रदर्शन के जरिये लोगों में जागरूकता बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।”
प्रदर्शनकारियों के अनुसार, भोपाल से लगभग 250 किलोमीटर दूर पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में लगभग 1,250 इकाइयाँ हैं, जो देश भर के प्रवासी मजदूरों सहित हजारों लोगों को रोजगार प्रदान करती हैं।