मनु भैया कौन हैं? मनु भैया एक आध्यात्मिक व्यक्ति हैं जो नजफगढ़, नई दिल्ली में स्थित शनि धाम के संस्थापक हैं। वे लोगों को वैदिक उपचारों के माध्यम से नकारात्मकता से छुटकारा दिलाने में मदद करने के लिए जाने जाते हैं, जो मुख्य रूप से शनि देव की पूजा पर केंद्रित है। जो हिंदू धर्म में अनुशासन और न्याय के देवता माने जाते हैं। मनु भैया शनि धाम का प्रबंधन करते हैं। वह ऊपरी हवा, भूत-प्रेत से ग्रसित लोगों का उपचार करते हैं। शनि धाम में उपचार चाहने वाले आगंतुकों को निःशुल्क आवास और भोजन (लंगर) प्रदान किया जाता है। कई भक्तों का मानना है कि उनके मार्गदर्शन और शनि देव के आशीर्वाद से वे अपनी बीमारियों या परेशानियों से ठीक हो जाते हैं। नेगेटिविटी के समस्याओं के समाधान की तलाश में लोग पूरे भारत और यहां तक कि विदेशों से भी शनि धाम आते हैं। मनु भैया की देखरेख में शनि धाम में उपचार दिन के समय होता है। यह केंद्र आगंतुकों के लिए पूरे दिन खुला रहता है। भक्तों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए यहाँ लगातार विकास किया जा रहा है
मनु भैया शनि धाम में क्या होता है ?
"मनु भैया शनि धाम" संभवतः भगवान शनि को समर्पित एक मंदिर या आध्यात्मिक स्थान है। हिंदू धर्म में शनि ग्रह से जुड़े देवता और अक्सर न्याय, अनुशासन और किसी के जीवन में बाधाओं को दूर करने से जुड़े होते हैं। शनि को समर्पित मंदिर, जैसे कि शनि धाम, आमतौर पर भक्तों द्वारा कठिनाइयों से राहत पाने, अपनी कुंडली में शनि के बुरे प्रभावों को कम करने या समग्र कल्याण के लिए प्रार्थना करने के लिए आते हैं।
शनि पूजा: किसी की कुंडली में शनि के नकारात्मक प्रभाव (शनि दोष या साढ़े साती) को कम करने के लिए भगवान शनि से विशेष प्रार्थना की जाती है। भक्त भगवान शनि की मूर्ति को तेल, काले तिल और काला कपड़ा चढ़ाते हैं।
अभिषेकम: यह भगवान शनिदेव की मूर्ति को जल, दूध और तेल जैसी विभिन्न पवित्र वस्तुओं से स्नान कराने का अनुष्ठान है, खास तौर पर शनिवार को, जिसे भगवान शनिदेव का दिन माना जाता है।
शनि तैलाभिषेकम: एक विशेष प्रसाद जिसमें भगवान शनिदेव की मूर्ति पर सरसों का तेल चढ़ाया जाता है, ताकि उनके प्रभाव को शांत किया जा सके और दुर्भाग्य और कठिनाइयों से सुरक्षा मिल सके।
नवग्रह पूजा: चूँकि शनि नौ ग्रहों (नवग्रह) में से एक है, इसलिए इस पूजा में अन्य ग्रहों से प्रार्थना भी की जा सकती है ताकि व्यक्ति के जीवन में उनके प्रभावों को संतुलित किया जा सके।
हनुमान पूजा: कई शनि मंदिरों में भगवान हनुमान की भी पूजा की जाती है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि हनुमान की पूजा करने से शनि के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
ज्योतिषीय परामर्श: लोग अक्सर ज्योतिषियों से परामर्श करने के लिए ऐसी जगहों पर जाते हैं जो शनि से संबंधित समस्याओं के लिए उपाय बताते हैं।
दान: भक्त दान भी करते हैं, खास तौर पर काले कपड़े, काले तिल और लोहे की वस्तुएं चढ़ाकर, जो शनि के नकारात्मक प्रभावों को कम करने वाली मानी जाती हैं।
शनि धाम कैसे जाएँ?
अगर भारत के किसी भी जगह रहते हैं तो आपको पहले ट्रेन, बस या हवाई जहाज से दिल्ली आना पड़ेगा। उसके बाद वहां नजफगढ़ बस या ऑटो से शनि धाम जाना पड़ेगा। आप दिल्ली से सार्वजनिक परिवहन, टैक्सी या निजी वाहनों से शनि धाम पहुँच सकते हैं।
स्थान:
शनि धाम छावला गाँव, नजफगढ़, नई दिल्ली में स्थित है।
आने का समय:
धाम पूरे दिन जनता के लिए खुला रहता है, लेकिन ऊपरी बाधाओं का उपचार प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक किया जाता है।
सुविधाएँ:
धाम आगंतुकों के लिए निःशुल्क आवास प्रदान करता है और पूरे दिन लंगर (निःशुल्क भोजन) परोसता है ।
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