
बागेश्वर धाम की सम्पूर्ण जानकारी
बागेश्वर धाम आज एक मुख्य आकर्षण का केंद्र बना है। यहाँ के पीठाधीश धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री लोगों के समस्याओं और कष्टों का निवारण करते हैं। इसलिए भारत के कोने-कोने से लोग यहाँ आते हैं। यहाँ बालाजी की कृपा से लोगों की सभी समस्याओं के निवारण होता है।
बागेश्वर धाम में क्या होता है ?
बागेश्वर धाम भारत के मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। यह भगवान बालाजी को समर्पित एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जिन्हें हनुमान के नाम से भी जाना जाता है, जो एक पूजनीय हिंदू देवता हैं। यह धाम अपने आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है, यहाँ देश भर से बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। इस स्थल पर वर्षों से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जो एक आध्यात्मिक कथावाचक हैं। वह बागेश्वर धाम के मुख्य पुजारी (पीठाधीश) हैं। उनके लोक कल्याण के कार्यों और उपदेशों के कारण लोग आकर्षित होकर आते हैं । वह अपने आध्यात्मिक प्रवचनों के लिए जाने जाते हैं, जहाँ वे आस्था, धर्म और आध्यात्मिकता के विभिन्न मुद्दों को उठाते हैं। बागेश्वर धाम विशेष रूप से इस मान्यता के लिए जाना जाता है कि भगवान हनुमान के आशीर्वाद से भक्तों की समस्याओं का समाधान होता है। कई लोग अपनी व्यक्तिगत और आध्यात्मिक समस्याओं के समाधान की तलाश में धाम आते हैं और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मार्गदर्शन और आशीर्वाद प्राप्त करते है। यह स्थल विभिन्न धार्मिक आयोजनों और अनुष्ठानों, जैसे यज्ञ (हवन) और कीर्तन (भक्ति गायन) की मेजबानी भी करता है। जिससे भक्तों की बड़ी भीड़ इकट्ठी होती है, खासकर हनुमान जयंती जैसे त्योहारों के दौरान लोग काफी मात्रा में आते हैं।
बागेश्वर धाम टोकन
यदि आप पंडित धीरेन्द्र शास्त्री से किसी विशेष समस्या के समाधान के लिए बागेश्वर धाम जाना चाहते हैं तो उसके लिए टोकन की व्यवस्था है। टोकन हर एक दो महीने में बाटा जाता है। टोकन कब मिलेगा उसके लिए आपको बागेश्वर धाम कार्यालय में संपर्क करना पड़ेगा। टोकन वितरण से संबंधित घोषणाओं पर नज़र रखें, खासकर त्योहारों या विशेष आयोजनों के दौरान टोकन बाटा जाता है। इसे आमतौर पर उनके आधिकारिक सोशल मीडिया चैनलों या वेबसाइट पर साझा किया जाता है। सभी लोग जानना चाहते हैं। बागेश्वर धाम में टोकन कब मिलेगा। बागेश्वर धाम में टोकन हर महीने किसी एक विशेष तारीख को वितरित किया जाता है। आपको बागेश्वर धाम के ऑफिशियल नंबर 8800330912 पर फोन करना होगा कि किस दिन टोकन मिलेगा। टोकन मिलने के बाद ही अर्जी लगता है। अर्जी के लिए दिन और तारीख बताया जाता है। उस दिन और तारीख को बागेश्वर धाम में आपको आना होगा।
यदि आप बागेश्वर धाम की फोटो को देखना चाहते हैं तो बागेश्वर धाम की फोटो आपको गूगल में सर्च करने पर मिल जायेगा। यदि आप बागेश्वर धाम से सम्बंधित न्यूज पढ़ना पसंद करते हैं तो बागेश्वर धाम की न्यूज़ हमारी वेबसाइट पर हमेशा पोस्ट की जाती है।
बागेश्वर धाम कैसे जाएं
भारत के मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम की यात्रा करने के लिए, आप अपने प्रारंभिक स्थान से हवाई, रेल और सड़क परिवहन के संयोजन के माध्यम से वहां पहुंच सकते हैं।
यहां पहुंचने का रोड मैप :
1. हवाई मार्ग से: निकटतम हवाई अड्डा: बागेश्वर धाम के लिए निकटतम हवाई अड्डा खजुराहो हवाई अड्डा (HJR) है, जो धाम से लगभग 35 किमी दूर है एक अन्य नजदीकी स्टेशन खजुराहो रेलवे स्टेशन है, जो धाम से लगभग 33 किमी दूर है।
2. स्टेशन से: टैक्सी, ऑटो-रिक्शा और बसें आपको सीधे बागेश्वर धाम ले जाने के लिए उपलब्ध हैं।
3. सड़क मार्ग से: छतरपुर से: बागेश्वर धाम छतरपुर शहर से लगभग 25 किमी दूर है। धाम तक पहुंचने के लिए आप छतरपुर से टैक्सी, ऑटो-रिक्शा या बस ले सकते हैं। खजुराहो से: यह खजुराहो से लगभग 40 मिनट की ड्राइव (33 किमी) है। अब हम आपको बताएँगे बागेश्वर धाम जाने का रास्ता। यदि आप जानना चाहते हैं कि छतरपुर से बागेश्वर धाम कितने किलोमीटर है, तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। यदि आप भारत में कहीं रहते हैं तो आपको छतरपुर के लिए बस या रेलवे ट्रेन से आना होगा। छतरपुर से बागेश्वर धाम सरकार लगभग 30 किलोमीटर है। पहले आपको छतरपुर से डांग आना है उसके बाद वहां से ऑटो द्वारा गढ़ा गांव जाना है। डांग से गढ़ा की दूरी करीब 7 किलोमीटर है। गांव गढ़ा में ही बागेश्वर धाम सरकार का हनुमान मंदिर है, और वहीं पर महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज का दरबार लगता है।
यदि आपको हवाई जहाज से आना है तो आपको खजुराहो एयरपोर्ट पर उतरना होगा। वहां से आप निजी सवारी ऑटो आदि से गढ़ा गांव जा सकते हैं। गढ़ा गांव में ही बागेश्वर धाम स्थित है। सभी लोग सर्च करते हैं बागेश्वर धाम कहां है। इसलिए यह जानकारी दी जा रही है।
यदि आप नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से बागेश्वर धाम जाना चाहते हैं तो आप आपको मुंबई जाने वाली किसी भी ट्रेन में टिकट लेना है जो छतरपुर स्टेशन रूकती हो। उसके बाद छतरपुर में उतरकर वहां से ऑटो द्वारा डांग आना है। फिर डांग से ऑटो द्वारा गढ़ा गांव आना है। डांग में ही महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज का दरबार लगता है।
बागेश्वर धाम का चमत्कार क्या है (Bageshwar Dham Ka Chamatkar)
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि बागेश्वर धाम का रहस्य क्या है ? तो यहां का सबसे बड़ा रहस्य यह है कि महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण जी लोगों की सारी समस्याएं उनके बिना बताए ही एक कागज पर लिख देते हैं और उनके दुख और तकलीफों को दूर करने का उपाय बताते हैं। यहाँ का यही सबसे बड़ा चमत्कार है।
बागेश्वर धाम के बहाने खजुराहो का दर्शन
यदि आप बागेश्वर धाम (bageshwar dham) जाना चाहते हैं तो इसी बहाने आप खजुराहो भी घुम सकते हैं। बागेश्वर धाम से खजुराहो करीब 15 किलोमीटर दूर है। खजुराहो भारत के मध्य में स्थित है । यह मध्यप्रदेश राज्य का एक बहुत ही प्राचीन और खास शहर है। यह एक बड़ा ही रमणीय पर्यटक स्थल है। यह मध्यकालीन मंदिरों के लिए देश भर में ही नहीं बल्कि विश्वभर में प्रसिद्ध है। कामसूत्र की रहस्यमई झलक वाले खजुराहो मंदिर दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करता है। दूसरी तरफ यहाँ छतरपुर जिले का छोटा सा गाँव गढा अब बहुत लोकप्रिय हो गया है क्योंकि यह स्थान एक पवित्र धाम बन गया है। यहाँ हजारों लोग देश के कोने-कोने से अपनी समस्या का समाधान पाने के लिए आते हैं। वहीं खजुराहो के प्राचीन मंदिरो के कामुक स्मारकों को देखने के लिए रोज हजारों लोग आते है, जिसके कारण इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में रखा गया है। अगर आप बागेश्वर धाम आना चाहते हैं तो आप इसके साथ साथ खजुराहो के प्राचीन मंदिरों का भी दर्शन कर सकते हैं।
खजुराहो का प्रसिद्ध मंदिर हिंदू धर्म और जैन धर्म का एक मिला-जुला संग्रह है। यह सभी मंदिर बहुत पुराने और प्राचीन काल के हैं जिसे चंदेल वंश के राजाओं ने बनवाया था। पुराने समय में खजुराहो को खजूरपूरा के नाम से जाना जाता था। खजुराहो में बहुत सारे हिंदू धर्म और जैन धर्म के प्राचीन मंदिर है। इसके साथ ही इस शहर मैं पत्थरों से बने हुए अलग-अलग कलाकृतियों की मंदिरों की वजह से प्रसिद्ध है। खजुराहो में खासकर यहां के बने हुए प्राचीन मंदिर जो काम क्रीड़ा से भरपूर है उसको देखने के लिए पर्यटन प्रेमियों का यहां जमावड़ा लगा रहता है। खजुराहो में आपको हिंदू संस्कृति और कलाकार एक विशेष सौंदर्य देखने को मिलेगा। यहां निर्मित मंदिरों में स्त्री पुरुष के संभोग कलाओं का बेहद खूबसूरती के साथ चित्रण किया गया है।
खजुराहो का प्राचीन इतिहास (Ancient History of Khajuraho)
पृथ्वीराज रासो में चंदेल वंश की उत्पत्ति का वर्णन किया गया है। उसमें लिखा है कि काशी के राज पंडित की बेटी हेमवती थी जो उस समय की बहुत ही खूबसूरत कन्या थी। एक दिन वह गर्मियों के मौसम में रात के समय पुष्पों से भरे एक तालाब में स्नान कर रही थी तो उसकी खूबसूरती को देखकर चंद्रदेव ने उसको अपना शिकार बनाने का प्रयास किया। हेमवती की सुंदरता से मोहित होकर चंद्रदेव धरती पर रूप बदल कर आए और हेमवती का हरण कर लिया। हेमवती एक विधवा स्त्री थी और एक बच्चे की मां थी फिर भी चंद्रदेव ने उसके चरित्र का हनन किया।
हेमवती ने चंद्रदेव पर चरित्र हनन और उसके जीवन को नष्ट करने का आरोप लगाया। उसके बाद चंद्रदेव को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने यह हेमवती को यह वचन दिया कि उसे एक वीर पुत्र की प्राप्ति होगी। हेमवती ने चंद्रदेव का यह आशीर्वाद शिरोधार्य किया। फिर उसके कुछ दिनों बाद उसके गर्भ से एक पुत्र उत्पन्न हुआ। उसे वह लेकर के खजूरपूरा चली गई, जिसे आज खजुराहो कहा जाता है। चंद्रदेव ने हेमवती को यह आशीर्वाद दिया था कि उसका पुत्र राजा बनेगा और वह एक विशाल यज्ञ करेगा जिससे तुम्हारे सारे पाप धुल जाएंगे। वह मध्य प्रदेश का छोटा सा गांव खजुराहो है जहां पर उसने उस पुत्र का पालन पोषण किया। हेमवती के पुत्र का नाम चंद्रबर्मन था जो अपने पिता की तरह ही बहुत ही ताकतवर और तेजस्वी था। चंद्रबर्मन 16 साल की उम्र में ही हथियार चलाना सीख गया था। वह इतना बलशाली था कि बिना किसी हथियार के वह शेर को भी मार सकता था इसलिए उसे वहां का राजा बना दिया गया।
खजुराहो का राजा बनने के बाद चंद्रबर्मन ने कई युद्ध लड़े, जिसमें उसे विजय प्राप्त हुई। चंद्रबर्मन ने कालिंजर नाम का एक विशाल किले का निर्माण कराया और अपनी मां हेमवती के कहने पर वह खजुराहो में तालाबों और उद्यानों से गिरे 85 मंदिरों का निर्माण करवाया। इसके बाद उसने हेमवती को पापमुक्त करने के लिए एक विशाल यज्ञ का आयोजन किया।
बाबा की कृपा से चलने लगा मरीज
मंत्र विज्ञान एक राकेट साइंस (Mantra Vigyan is a rocket science) क्यों है ? आईये जानते हैं । बागेश्वर बालाजी के दरबार में एक लड़की को उसके माता-पिता लेकर के पहुंचे जो चल फिर नहीं पा रही थी। पूरा शरीर सूख गया था और उसे पीलिया हो गया था। उसके बाद डॉक्टरों ने बताया कि उसे कैंसर भी हो गया है। महाराज जी ने लड़की को देखे बगैर यह सारी समस्याएं अपनी पर्ची पर लिख दी थी। जिसे पढ़ने के लिए एक आंखों के डॉक्टर को बुलाया जो उसी दरबार में बैठे थे।
महाराज जी ने बताया मंत्र विद्या के माध्यम से बहुत सारी बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। हमारे प्राचीन समय में ऋषि मुनि मंत्र विद्या से ही बीमारियों को ठीक कर देते थे। आज भी जो वैद्य हैं अगर मंत्र विद्या की साधना करके शक्ति हासिल करके चाहेंगे तो वह भी बिना दवा के लोगों की बीमारियों को दूर कर सकते हैं। महाराज जी ने सबके सामने अपने मंत्र विद्या के बल से उस लड़की को आरोग्य प्रदान किया और जो चल फिर नहीं पा रही थी। उसको पूरे पांडाल में चला कर दिखाएं। इस वीडियो में आप देखेंगे कि बागेश्वर धाम श्री बालाजी के दरबार में एक असहाय और पूरी तरह से बीमार लड़की को कैसे ठीक किया।
क्या बागेश्वर धाम में सबकी होती है मनोकामना पूरी
यदि आप बागेश्वर धाम के बारे में नहीं जानते हैं तो आज हम पूरा डिटेल में आपको बागेश्वर धाम के बारे में बताएंगे। बागेश्वर धाम भारत के मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में स्थित है। छतरपुर रेलवे स्टेशन से करीब 25 किलोमीटर दूर डांग गांव पड़ता है, जहां से ऑटो द्वारा आपको गढ़ा गांव जाना पड़ेगा। जहां पर बागेश्वर धाम स्थित है। बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) में देश के कोने कोने से हजारों लोग रोज आते हैं और अपनी समस्या का समाधान पाते हैं। यहां पर महाराज श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी महाराज हर व्यक्ति की समस्या को सुनते हैं फिर उसका समाधान करते हैं। यहां पर लोग सामाजिक, आर्थिक परेशानी, गरीबी, भूत-प्रेत बाधा, गृह क्लेश, बीमारी, कोई खो गया है आदि समस्याओं से जूझ रहे लोग आते हैं और अपनी समस्या का समाधान पाते हैं। यहां पर उन्हीं लोगों की समस्या का निवारण होता है जिनके पास टोकन होता है। बिना टोकन का महाराज जी किसी को भी मुलाकात नहीं देते हैं। जिन जिन लोगों के पास टोकन होता है उन लोगों का ही नंबर लगता है और उनका समस्या सुना जाता है।
टोकन लेने के लिए आपको यहां पर लाइन में लगने की जरूरत नहीं है। हर माह में किसी एक विशेष तारीख को टोकन नंबर वितरित किया जाता है। आपको घर बैठे बागेश्वर धाम के ऑफिशियल नंबर पर फोन करना पड़ेगा और जिस दिन टोकन के लिए लाइन लगेगा उस दिन आपको आकर लाइन में लगना होगा। टोकन मिलने के बाद ही अर्जी लगता है। अर्जी के लिए जो दिन और तारीख दिया जाएगा उस दिन और तारीख को बागेश्वर धाम आपको पहुंचना होगा। उसके बाद टोकन के हिसाब से महाराज जी से मुलाकात होती है और समस्याओं का समाधान किया जाता है। अधिक लोगों के आने की वजह से टोकन नंबर की व्यवस्था की गई है जो पूर्णतः निःशुल्क है। बागेश्वर धाम में अर्जी लगाना निःशुल्क है, पूज्य महाराज श्री से मिलना निःशुल्क है, मार्गदर्शन लेना भी निःशुल्क है, आशीर्वाद लेना भी निःशुल्क है, धाम पर ठहरना निःशुल्क है एवं अनवरत चल रहे भंडारा में प्रसाद पाना भी निःशुल्क है। यदि आप भारत के किसी भी कोने में रहते हैं तो आपको छतरपुर के लिए बस या रेलवे ट्रेन से जाना होगा। यदि आप हवाई जहाज से आना चाहते हैं तो आपको खजुराहो एयरपोर्ट पर उतरना होगा। वहां से आपको डांग के लिए निजी सवारी करनी हो होगी और वहां से आपको गढ़ा गांव जाना है। गढ़ा गांव में ही बागेश्वर धाम स्थित है।
बागेश्वर धाम में रहने की व्यवस्था
यदि आप बागेश्वर धाम में जाते हैं तो वहां पर आपको रहने के लिए कई जगह रेन बसेरा बना हुआ है जहां पर आप निवास कर सकते हैं। खाने के लिए आपको बागेश्वर धाम मैं सुबह 10:00 बजे और रात को 8:00 बजे भोजन प्रसाद मिलता है। यदि आप किसी होटल में रुकना चाहते हैं तो आप बागेश्वर धाम से करी 30 किलोमीटर दूरी पर खजुराहो जाकर किसी भी होटल में निवास कर सकते हैं।
बागेश्वर धाम में क्या-क्या होता है
बागेश्वर धाम में चमत्कारिक हनुमान मंदिर है। बागेश्वर धाम भूत भवन महादेव और हनुमान जी महाराज की कृपा से गाँव गढ़ा में स्थित है | बागेश्वर धाम एक प्राचीन हनुमान मंदिर है जिसका सभी लोग परिक्रमा करते हैं और यहां पर महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज रहते हैं। जिनका यहां पर कथा और प्रवचन चलता रहता है। इसके साथ ही वह लोगों की समस्याओं का समाधान भी करते हैं। यहां पर भारत वर्ष के साथ ही नेपाल, अमेरिका आदि देशों से भक्त आकर के हनुमान जी महारज की कृपा प्राप्त करते है | फ़ोन नंबर +91 8800330912
बागेश्वर धाम का रहस्य
छतरपुर जिले से करीब 32 किलोमीटर दूर पन्ना रोड हाईवे पर डांग है और वहां से से 4 कि0मी0 दूर गड़ा गांव में प्राचीन हनुमान जी का मंदिर है। यह हनुमान मंदिर चमत्कारी स्थान के रूप में काफी प्रचलित हो गया है। राम भक्तों का कहना है कि यहां दर्शन और परिक्रमा करने मात्र से लोगों के बिगड़े काम पूरे जाते हैं। पिछले 9 वर्षों से यहाँ हजारों श्रद्धालु आते हैं और अपने बिगड़े काम काम ऊपरी हवा, बिघ्न बाधा और भूत-प्रेत के चक्कर आदि से निजात पाते हैं। यहां के Spiritual Power की जानकारी पूरे देश के कोने कोने में पहुंच चुकी है।
300 साल पुराने इस मंदिर का निर्माण ईसवी सन 1887 में बाबा श्री सेतु लाल गर्ग ने कराया था। श्री बागेश्वर धाम सरकार के दर्शन करने के बाद लहसुन, प्याज, मीट, मांस, शराब का सेवन पूरी तरह बंद करना होता है, ऐसी यहाँ की मान्यता है। भारत के कोने- कोने से हजारों की संख्या में भक्त पहुंचकर पूजा, अर्चना और परिक्रमा करते हैं।
बागेश्वर धाम सरकार का नाम क्या है ?
9 वर्ष की उम्र से श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज यहाँ हनुमान जी की भक्ति करते हैं और वह बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) की सेवा में लगे हुए हैं। उनकी निष्ठा को देखकर भगवान की ऐसी कृपा हुई कि वह बाल्यावस्था से ही लोगों के दुःख-दर्द को को दूर करने लगे थे। उनपर हनुमान जी महाराज की ऐसी कृपा हुई कि इस धाम के दर्शन के लिए देश के कोने- कोने से लोग आते हैं। लगभग 9 वर्ष से श्री बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) सिद्धपीठ में मंगलवार को पेशी लगाकर हनुमान जी की कृपा लोगों के दुख दूर कर रहे हैं। श्री धीरेंद्र कृष्ण जी का कहना है जो बच्चा जी का आदेश होता है हम उसी तरह से लोगों के दुख दूर करने में सहयोग करते हैं। यहां पर Spiritual Power के द्वारा लोगों का Spiritual Healing किया जाता है।
बागेश्वर धाम का रहस्य (Bageshwar Dham ka Rahashya)
यहाँ की ऐसी मान्यता है की यहाँ पर 40000 शक्तियां भक्तों की निगरानी करती हैं। ऐसी आस्था है कि इस धाम में मंदिर के आसपास हनुमान जी की 46000 सेना चारों और घूमती रहती हैं और दुःखी लोगों के मन की बात गुरुजी धीरेंद्र कृष्ण जी के कानों तक पहुंचा देती हैं। और धीरेंद्र जी उनकी समस्या को भक्तों के बताने से पहले ही एक पेपर पर लिख देते हैं। फिर उसका निवारण करने के लिए पेशी वाले हाल में बुलाते हैं। श्री धीरेंद्र कृष्ण जी का कहना है यदि भक्त ने पूरी श्रद्धा के साथ हनुमानजी की उपासना की है तो 100% उसकी समस्या का निवारण हो जाता है। पेशी के लिए अलग से टोकन की निशुल्क व्यवस्था की गई है। इस धाम में किसी प्रकार का कोई फीस नहीं ली जाती है। यहाँ गरीब अमीर सभी का नंबर बाई नंबर पेशी होती है और उनकी समस्या के निराकरण होता है। श्री धीरेंद्र कृष्ण जी कहते हैं कि बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) में जितना भी दान-दक्षिणा आता है उसी से रोजाना मां अन्नपूर्णा महाप्रसाद का भंडारा होता है और यहां आने वाले हर भक्त के लिए भंडारा करवाया जाता है। इसी दान से गरीब कन्याओं का विवाह भी कराया जाता है। देवेंद्र कृष्ण जी का कहना है कि जिन बुजुर्गों को रहने और खाने का कोई आसरा न हो वह बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham Sarkar) के आश्रम में आकर यहाँ रह सकते हैं। बुजुर्ग लोगों के लिए अलग से रहने की व्यवस्था भी की गयी है। जब तक हमारा जीवन है तब तक गरीब कन्याओं और बृद्ध-बुजुर्ग लोगों की सेवा करते रहेंगे यह हमें हनुमान जी से प्रेरणा मिली है।
बागेश्वर धाम जाने के बाद कहां ठहरें
बागेश्वर धाम में रुकने की व्यवस्था (Bageshwar Dham Me Rukne ki Vyavastha)
यदि आप बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) जाना चाहते हैं तो सबसे पहला सवाल मन में उठता होगा कि रहेंगे कहाँ ? क्योंकि यह एक छोटा सा गांव है पर मैं बता दूं यहां पर रहने के लिए कई सारे रैन बसेरा बने हुए हैं, जिसमें आकर आप रह सकते हैं। इसके अलावा इस गांव में किराए पर मकान या रूम मिल जाता है, जहां रुक सकते हैं। अगर आप के पास पैसा है तो आप यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर खजुराहो पड़ता है, जहां पर बहुत सारे होटल है जिसमें आप जाकर के ठहर सकते हैं।
यहां पर सबसे ज्यादा गरीब और मीडियम क्लास के लोग आते हैं। अगर कोई हाई क्लास का आदमी आता है तो वह खजुराहो के होटलों में रुकना पसंद करता है। आप भी अपने बजट के हिसाब से किसी भी जगह रुक सकते हैं।
यदि आप भारत के किसी भी कोने से बागेश्वर धाम के लिए आते हैं तो आपको छतरपुर रेलवे स्टेशन करीब 32 किलोमीटर दूर डांग पड़ता है और डांग से करीब 4 किलोमीटर गढ़ा गांव पड़ता है। गढ़ा छतरपुर जिले के अंदर एक छोटा सा गांव है जहां पर श्री बागेश्वर धाम हनुमान जी का मंदिर है और यहीं पर श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज रहते हैं। जिनकी चर्चा आज देश के कोने कोने में हो रही है। उनसे मिलने के लिए हजारों लोग आते हैं और अपनी समस्या का समाधान पापा पाकर खुशी खुशी अपने घर जाते हैं।
अगर आप भी यहां बागेश्वर धाम महाराज के श्री धीरेंद्र कृष्ण जी से मिलने आना चाहते हैं तो उसके लिए आपके पास टोकन होना अनिवार्य है। यदि आपके पास टोकन नहीं है तो आप महाराज जी से मुलाकात नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा यदि आप टोकन लेने के लिए आना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यहां के कार्यालय से संपर्क करना होगा कि टोकन किस दिन वितरित किया जाएगा।
बागेश्वर धाम में भोजन की व्यवस्था (Bageshvar dham me bhojan Ki Vyavastha)
यदि आप सोचते हो कि बागेश्वर धाम एक गांव में है और वहाँ खाने-पीने की क्या व्यवस्था होगी तो बता दे, यहां पर मां अन्नपूर्णा का भंडारा सुबह और शाम होता है जिसका कोई शुल्क नहीं देना होता है। यदि आप इसके अलावा होटल आदि में भोजन करना चाहते हैं तो वह सुविधा भी उपलब्ध है।
बागेश्वर धाम की जलवायु (Climate of Bageshwar Dham)
यदि आप यहां पर घूमने के मकसद से आना चाहते हैं तो आ सकते हैं। उसके लिए आप किसी भी सीजन में कभी भी आ सकते हैं, वैसे तो यह एक पहाड़ी इलाका है और यहाँ ठंड ज्यादा पड़ता है। आप मौसम के हिसाब से जो आपको सूट करता है उस मौसम में आप यहां पर आ सकते हैं। यहां पर चारों तरफ पहाड़ है और पहाड़ों से घिरा हुआ यह बागेश्वर धाम है।
बागेश्वर धाम कैसे बना एक सिद्ध पीठ
बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) सरकार कैसे बना एक सिद्ध पीठ ? इस विषय पर एक पत्रकार ने महाराज धीरेंद्र कृष्ण जी से कुछ सवाल किये, जिसका उत्तर उन्होंने दिया। प्रस्तुत है उसका कुछ अंश :-
प्रश्न : बागेश्वर धाम क्या है ?
उत्तर : यह बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) सिद्ध पीठ आश्रम है। यहां चार वर्ष से दरबार लग रहा है और यहाँ ककी शक्तियों की कृपा से यह दरबार चल रहा है। यह चंदेल कालीन आश्रम है, क्योंकि बहुत पहले जब मैं 9 वर्ष का था। यहाँ हमारे बाबा जी रहा करते थे और वो यहाँ पूजा किया करते थे। तब मैं अक्सर यहाँ आया करता था और मुझे कुछ अनुभूतियाँ होती थी। तब मुझे नहीं पता था कि कोई यहाँ शक्तियां हैं जो कृपा करती हैं। फिर मुझे स्वप्न देकर के कुछ आदेश दिया गया। फिर मैं उन आदेशों पर चल करके, उनसे कृपा प्राप्त करके लोगों का दुःख दूर करते हैं। हमें वो पहले ही बता देते हैं कि ऐसा आदमी आएगा और उसकी यह परेशानी है। इस कारण से यह परेशान है और यह ऐसा प्रश्न करेंगे।
प्रश्न : आप अज्ञातवास की साधना के लिए क्यों गए थे ?
उत्तर : मुझे अज्ञातवास की साधना में जाने के लिए इन्ही का आदेश मिला था। इसलिए मैंने लोक जनकल्याण के लिए अज्ञातवास की साधना पर गया था। जब हमारे पास कोई प्रश्न लेकर आता है तो हमें वे बता देते हैं कि इसकी ये-ये परेशानी है, फिर हम उनसे निवेदन करते हैं तो उसका समाधान भी बता देते हैं। इस तरह लोगों की मनोकामना पूरी होती है।
प्रश्न : बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) का मतलब क्या है ?
उत्तर : बागेश्वर धाम बाग+ईश्वरा मतलब = बागेश्वरा । जो सभी बागों के ईश्वर हैं वही बागेश्वर है। ऐसा माना जाता है बागेश्वर धाम एक उत्तराखंड में है उसी समय का यहाँ पर भी प्राण प्रतिष्ठा है। वो बागों के राजा हैं इसलिए उसका नाम बागेश्वर धाम है। यहाँ पर भी पहले बाग था, जंगल था इसलिए वही बागेश्वर सरकार यहाँ पर भी विराजमान हैं। इसलिए इसका नाम बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham) है।
प्रश्न : यहाँ पर लोगों की कैसी समस्याओं का समाधान किया जाता है ?
उत्तर : यहाँ पर लोगों की तंत्र बाधा, भूत-प्रेत की समस्या, नौकरी, बीमारी आदि तरह तरह की बाधा बागेश्वर धाम सरकार की कृपा से होती है। हम यही चाहते हैं सभी स्वस्थ रहे, सुखी रहें, सब भगवान के भक्त बनें और भारत वर्ष में सनातन धर्म की ध्वजा फहरे और भारत फिर से विश्व गुरु बने।
बागेश्वर धाम: एक कल्पबृक्ष है जहां मंदिर झोली भरती है

इस घोर कलयुग में बागेश्वर धाम एक ऐसा कल्पबृक्ष है जहां सबकी झोली भरती है। लोगों के दिलोदिमाग में बाबाओं के प्रति ऐसा नफरत भर गया है कि कोई भी व्यक्ति किसी बाबा के पास जाने से पहले सौ बार सोचता है। ऐसा इसलिए है कि मीडिया ने हिन्दू संतो के प्रति लोगों के मन में ऐसा भ्रम फैला दिया है कि कोई भी आजकल सही नहीं है। सबके ऊपर कुछ न कुछ गलत आरोप लगा है। फिर भी भारत में अब भी ऐसे संत हैं जिनके ऊपर लोग विश्वास करते हैं। उसमे से एक हैं बागेश्वर धाम के श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी महाराज। जो लोगों की सेवा में दिनरात तत्परता से लगे हैं।
बागेश्वर धाम में आज देश के कोने कोने से लोग अपनी समस्या को लेकर इनके पास आते हैं और महाराज जी द्वारा बताये उपायों को करके ठीक होने पर बड़े ही प्रसन्न नजर आते हैं। बागेश्वर धाम में महाराज जी से मिलने के लिए सबसे पहले अर्जी लगानी पड़ती है। उसके पेशी भी होती है।
यदि आप भी अपने लाइफ में बहुत सारी परेशानियों को फेस कर रहे हैं तो एक बार महाराज जी से जरूर मिलें। महाराज बिना कुछ पूछे ही सबकुछ कागज पर पहले से ही लीख देते हैं। इसके साथ ही साथ आपके जीवन से जुडी सभी समस्याओं का निदान बताते हैं।
Bageshwar Dham में अब एक बहुत ही लोकप्रिय तीर्थ स्थल बन गया है | बागेश्वर धाम में भगवान श्री बालाजी की ऐसी महिमा बताई जा रही है कि यहाँ पर जो भी श्रद्धालु भक्त आते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है | Bageshwar Dham में अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अर्जी लगाना पड़ता है | जैसे ही बालाजी के दरबार में अर्जी स्वीकार हो जाती है उसके बाद समस्याओं का समाधान भी आसानी से हो जाता है | महाराज श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी सभी लोगों को अर्जी के बाद पेशी भी करने को कहते हैं।
अगर आप भी जीवन की बहुत सारी समस्याओं से जूझ रहे हैं तो Bageshwar Dham में एक बार अर्जी जरूर लगाएं | अर्जी लगाने के लिए टोकन लेना पड़ता है और टोकन महीने में एक बार फ्री में बाटा जाता है | टोकन लेने के लिए बागेश्वर धाम के ऑफिसियल नंबर पर फोन करके पता करना पड़ता है कि टोकन किस दिन बाटा जायेगा। उसके हिसाब से जाकर टोकन प्राप्त करना होता है। टोकन मिलने के बाद आपको अर्जी के लिए टाइम बता दिया जाता है फिर उस दिन और तारीख को जाने पर महाराज जी से मुलाकात होती है।
यहां पर Bageshwar Dham की पूरी जानकारी हम देंगे | आप निचे दिए हुए लिंक को क्लीक करके पढ़ सकते हैं।
बालाजी की कृपा से अपने आप चलने लगा मरीज
एक लड़की 2018 से चल फिर नहीं पा रही थी और उसको ढेर सारी बीमारियां थी। उसको पूरे शरीर में दर्द था, पीलिया और कैंसर भी हो गया था। Bageshwar Dham Sarkar के महाराज जी ने उस लड़की के शरीर में जितनी भी बीमारियां थी वह सारा पहले ही अपने पेपर पर लिख चुके थे, जिसे उन्होंने सबके सामने पढ़कर सुनाया। वह इस प्रकार है –
“बेटी को पूरे शरीर में दिक्कत बनी है, पीलिया की शिकायत है और उसकी वजह से लीवर पर भी अटैक है। अब कैंसर अब बन गया है। इस लड़की को दिनारी खिलाई गई है। भूत बाधा कुछ भी नहीं है। तंत्र बाधा है, इसे किसी नारी द्वारा दिनारी खिलाई गई है। दिनारी किसी स्त्री ने 2018 में खिलाई थी। जिसकी वजह से खिलाने के बाद पीठ दर्द शुरू हुआ, उसके बाद उल्टी शुरू हुआ, फिर उसके बाद खाना पचना बंद हो गया और अब कैंसर की बीमारी हो गयी है। दुश्मनी के कारण यह सब किया गया। जाओ आराम हो जाएगा आशीर्वाद है।”
बालाजी महाराज की कृपा है कि यहां पर बड़े-बड़े विदेश से भी चेक करने के लिए डॉक्टर आते हैं कि यहां पर यह सब कैसे ठीक हो जाता है। इस लड़की को महाराज जी ने सामने बैठाया और अपना मंत्र पढ़ना चालू किया। देखिए, किस तरह महाराज जी ने अपाहिज लड़की को ठीक किया।
महाराज जी ने कहा यह मंत्र चिकित्सा है। आज भी पुराने पद्धतियों में बहुत शक्ति है लेकिन आज न तो कोई इस पर रिचार्ज करने वाला है या शोध करने वाला है। अगर कोई वैध भी आज के समय में इस मंत्र विज्ञान को सीख ले तो बहुत ज्यादे मरीजों को लाभ दिला सकता है। इस लड़की को महाराज जी ने खुद से खड़ा होने के लिए कहा। आप इस वीडियो में देखेंगे यह लड़की खुद से कैसे खड़ा हुई और चलने लगी। महाराज जी ने थोड़ी सी भभूति खिलाई और उसके शरीर पर लगवाया।
Bageshwar Dham Sarkar के बालाजी के दरबार में रोज हजारों लोग पहुंचते हैं लेकिन महाराज जी से मिलने का सौभाग्य सभी लोगों को नहीं मिल पाता है इसलिए लोग वहां जाकर बालाजी के दरबार में अर्जी लगाते हैं ताकि उनका भी एक न एक दिन महाराज जी से मुलाकात हो जाए और उनकी भी समस्या दूर हो जाए। बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham Sarkar) के श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा में लगे हैं लेकिन यहां पर इतने लोग आते हैं की अकेले महाराज जी सभी लोगों से नहीं मिल पाते हैं। अब सवाल उठता है कि हजारों लोग यहां आते हैं तो उनकी समस्या का समाधान कैसे हो। महाराज जी ने उसका भी सलूशन लोगों को बताया है कि घर बैठे बालाजी के दरबार में कैसे अर्जी लगाना है और कैसे प्रार्थना करना है।
बागेश्वर धाम सरकार के नाम पर लूट | फर्जीवाड़े का पर्दाफाश
बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) के नाम पर फर्जी आईडी बनाकर ऑनलाइन लूट का मामला सामने आया है। जी, हां दोस्तों ! दमोह छतरपुर जिले के प्रसिद्ध गुरु धिरेंद्र कृष्ण जी महाराज बागेश्वर धाम के नाम से एक अज्ञात युवक द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर भक्तों की आस्था से खिलवाड़ करने का बहुत बड़ा घटना सामने आया है।
बता दें कि इस मामले की जानकारी जब बागेश्वर धाम पीठ (Bageshwar Dham) के शिष्य मंडली को मिली तो उन्होंने तो स्थानीय विधायक टंडन के साथ मिलकर पुलिस अधीक्षक तनवीर को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें यह अनुरोध किया गया है की गुरुजी के नाम से एक फर्जी आईडी बनाकर लोगों का शोषण किया जा रहा है। उसको जल्द से जल्द उस सोशल मीडिया अकाउंट हटाया जाए और उसको गिरफ्तार किया जाए।
इस मामले की पुलिस द्वारा जांच की जा रही है अब देखना यह है कि वह अपराधी कितना जल्दी गिरफ्तार होता है।
सभी को पता है कि बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज जो बिना पैसे लिए दीन दुखी लोगों की सेवा करते हैं। उनके नाम से एक फर्जी अकाउंट बनाकर पैसों की मांग की जा रही है और भक्तों को यह आश्वासन दिया जा रहा है कि पैसे जमा करने के बाद आपको गुरु जी से फोन पर बात करवाएंगे और आपकी समस्या का समाधान भी करवाएंगे। इन सारी चीजों को देखते हुए बागेश्वर धाम शिष्य मण्डली ने इस फर्जीवाड़े का कंप्लेन किया है जिस पर दमोह पुलिस अधीक्षक अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया है ताकि धोखाधड़ी का पर्दाफाश हो और उस शख्स को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
बागेश्वर धाम में अर्जी कैसे लगाएं ?
Bageshwar Dham के दिव्य दरबार में अर्जी लगाने के लिए नियम बदल गए हैं। अब यहां पर लकी ड्रा के द्वारा भक्तों का चयन किया जाता है। बागेश्वर सिद्ध पीठ में अर्जी लगाने के लिए सबसे पहले यहां की नियमावली का पालन करना पड़ता है। 2016-17 से पहले दरबार में लोग आते थे तो टोकन लेने की जरूरत नहीं पड़ती थी। लेकिन जैसे-जैसे दरबार में लोगों का हुजूम बढ़ता गया, उसको देखते हुए टोकन की व्यवस्था की गई। टोकन के लिए नाम दर्ज करवाना निशुल्क है। टोकन लेना भी निशुल्क है। आशीर्वाद लेना भी निशुल्क है और धाम पर रुकना भी निशुल्क है। Bageshwar Dham Sarkar में सुबह शाम भंडारा पाना भी निशुल्क है।
बागेश्वर धाम की अर्जी कैसे लगाएं घर बैठे (Bageshwar Dham Sarkar Arji Kaise Lagayen)
अर्जी लगाने के लिए सबसे पहले आपको टोकन लेना अनिवार्य है। टोकन पूज्य महाराज जी से मिलना संभव नहीं है। टोकन नंबर आप कब ले सकते हैं। इसकी जानकारी आपको बागेश्वर धाम की वेबसाइट, सोशल अकॉउंट एवं मोबाइल नंबर से प्राप्त कर सकते हैं। किसी न किसी एक विशेष तारीख को टोकन वितरित किया जाता है। टोकन मिलने के बाद आपको तारीख बता दिया जाता है। आपको सुबह 12:00 बजे से पहले धाम में पहुंचना होता है।
अर्जी लगाने का विधान (Statute of Application)
दिए गए तारीख के हिसाब से टोकन लेकर आपको धाम में आकर पूज्य महाराज जी के दरबार में बैठ जाना है। उसके बाद महाराज जी एक एक करके सभी अर्जी वालों को बुलाते हैं। अर्जी का अर्थ है एक कोरे कागज पर आपकी परेशानी लिखी रहती है उस परेशानी का कारण लिखा रहता है और उसका निवारण भी लिखा रहता है। जो पहले से ही आपको बिना बताए महाराज जी लिख कर रख देते हैं। उसके बाद आपसे प्रश्न पूछा जाता है कि आप धाम पर कौन सा प्रश्न लेकर के आए थे और आपकी क्या क्या परेशानी थी। उसी हिसाब से महाराज जी आपकी समस्या का समाधान बताते हैं। उसके बाद महाराज जी आपको पेशी के लिए भी बुलाते हैं। पेशी का अर्थ है मंगलवार को बागेश्वर धाम के बालाजी महाराज के दरबार में आना अनिवार्य है। धाम पर मंगलवार को प्रातः काल 6:00 बजे महा आरती में सम्मिलित होना और हनुमान चालीसा का पाठ एवं 21 परिक्रमा बागेश्वर बालाजी का करना होता है।
बालाजी के दरबार में क्यों लगाएं अर्जी (Arji Kyon Lagayen)
यदि आपके जीवन में किसी भी प्रकार की बाधा है या जीवन में दैहिक, दैविक, भौतिक ताप से आप परेशान हैं। आप जीवन की कठिनाइयों से बहुत ज्यादा परेशान हैं। आपको किसी काम में सफलता नहीं मिल रहा है। आपके जीवन में सुख नहीं है। आपको ऐश्वर्या नहीं प्राप्त हैं। आपको आनंद नहीं मिल रहा है। आपको भगवान के भजन में रुचि नहीं है। आपके जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या है तो आप यहां पर अर्जी लगा सकते हैं।
बागेश्वर धाम में पहुंचे बाबा रामदेव (Bageshwar Dham Pahunche Baba Ramdev)
दोस्तों ! आप सभी लोग जैसा कि जानते हैं बागेश्वर धाम के महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज लोगों की सेवा में दिनरात लगे रहते हैं। उन्होंने अपने एक कार्यक्रम में बाबा रामदेव को निमंत्रित किया था। बाबा रामदेव ने बागेश्वर धाम पहुंच कर अपने आशीर्वचन के साथ-साथ श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज महाराज को गले लगाया और उन्हें अपना छोटा भाई कहकर प्यार व स्नेह बरसाया।
बागेश्वर धाम की महिमा | नास्तिक भी आस्तिक बन जाते हैं बागेश्वर में
Bageshwar Dham Sarkar एक ऐसा अलौकिक दरवार है जहाँ पर हजारों लोगों की प्रेत बाधाएँ, शारीरिक व मानसिक समस्याये, ज़िन्दगी की सभी जटिल समस्याओ का निवारण मिला है। श्री हनुमान जी महाराज की असीम कृपा से श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी लोगो के दुःख -दर्द को दूर कर रहे हैं। अगर कोई भक्त सच्चे मन से अर्जी लगाता है, तो श्री हनुमान जी महाराज की जरूर कृपा होती है। बागेश्वर धाम दरबार में दिव्य चमत्कारी जज हनुमान जी कृपा देख लोग आश्चर्यचकित हो जाते हैं।
बागेश्वर धाम की सच्चाई क्या है? Bageshwar Dham ki Sachhchai
बागेश्वर धाम एक ऐसा धाम है जहां पर सभी दीन-दुखियों का दुख दूर किया जाता है। Bageshwar Dham में आज देश के कोने कोने से लोग आ रहे हैं यहां की ऐसी मान्यता है कि अर्जी लगाने से उन पर हनुमान जी कृपा करते हैं और उनकी समस्या का समाधान हो जाता है। दूसरी तरफ यहां के जो महाराज धीरेंद्र कृष्ण जी हैं वह लोगों की समस्याओं को उनके बिना बताए पहले ही कागज पर लिख देते हैं। उनके पास ऐसी दिव्य शक्तियां हैं जो उन्हें पहले ही बता देती हैं कि आपके पास ऐसा व्यक्ति इस काम के लिए आएगा और उसका उपचार इस प्रकार होगा। श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज वर्षों से सभी दीन-दुखियों की सेवा में लगे हैं। उनका कहना है कि जो बुजुर्ग है और उनकी कोई देखरेख या सेवा करने वाला नहीं है तो वह आकर बागेश्वर धाम आश्रम में रह सकता है। यहां पर सुबह और शाम भंडारा होता है जो पूरी तरह से निशुल्क है। श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज की ऐसी धारणा है कि सभी दीन दुखियों की सेवा करना बहुत बड़ा परोपकार का कार्य है। इसके साथ ही साथ बागेश्वर धाम में महाराज जी गरीब कन्याओं की शादी भी अपने खर्चे से करवाते हैं।
बागेश्वर धाम कहां पर है कौन से जिले में है? Bageshwar Dham Kaha Aur Kaun Se Jile Me Hai ?
बागेश्वर धाम भारत के मध्य प्रदेश में स्थित छतरपुर जिले के गढा गांव में पड़ता है। यह एक छोटा सा गांव है जो चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा है। यहां का बड़ा ही मनोहारी दृश्य है क्योंकि यहां से लगभग 15 किलोमीटर दूर भारत का सबसे बड़ा गौरवशाली स्थान खजुराहो पड़ता है। जिसे देखने के लिए देश विदेश से लोग हमेशा आते रहते हैं। खजुराहो की कलाकृतियां भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। जिसे चंदेल वंश के राजाओं ने बनवाया था। अगर आप भी Bageshwar Dham आना चाहते हैं तो आप खजुराहो का भी आनंद ले सकते हैं। खजुराहो में बहुत सारे प्रसिद्ध मंदिर हैं जिनकी कलाकृतियां लोगों के दिलों दिमाग में एक छाप छोड़ देती हैं।
बागेश्वर धाम में टोकन कब मिलेगा ? बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के लिए टोकन की व्यवस्था है लेकिन टोकन कब मिलेगा इसके लिए आपको बागेश्वर धाम के ऑफिशियल नंबर पर संपर्क करना होगा, तभी आपको पता चलेगा की टोकन कब मिलेगा।
नास्तिक भी आस्तिक बन जाते हैं बागेश्वर में (Nashtik Bhi Aastik Ban Jaate Hain Bageshwar Dham Me)
बागेश्वर धाम का जब दरबार लगता है तो अच्छे-अच्छे की आंखें चौधियां जाती है कि यह सब कैसे हो रहा है। यह दरबार चमत्कारों से भरा है जहां देखते ही देखते लोगों को दुख-दर्द और परेशानी को दूर कर दिया जाता है। यहां पर बहुत से लोग महाराज जी की परीक्षा लेने आते हैं लेकिन यहां का चमत्कार देखकर हैरान रह जाते हैं। महाराज जी परीक्षा लेने वाले लोगों का नाम लेकर भी अपने पास बुला लेते हैं और सबके सामने उनकी पोल खुल जाती है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन हैं
पंड़ित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री कौन हैं। यह इतना विख्यात कैसे हुए ? क्या यहाँ सब लोगों की समस्या दूर होती है ? यहां टोकन कैसे मिलता है। लोगों को इनके बारे में पता कैसे चलता है? बागेश्वर धाम में आध्यात्मिक शक्ति कहां से आता है ? Bageshwar Dham Me Spiritual Power Kahan Se Aata Hai ?
बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के प्रमुख पंड़ित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री करीब 12 साल से लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। बागेश्वर धाम सरकार, मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गड़ा गांव में स्थित है। अब यह एक सिद्ध स्थान बन चुका है। बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) की ख्याति पूरे भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फ़ैल चुका है। Bageshwar Dham Sarkar के दरबार में रोजाना हजारों लोग अपनी समस्या लेकर आते हैं। लोगों का कहना है कि श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी शास्त्री (Dhirendra Krishna Ji Shastri) किसी भी भक्त को देखकर बता देते है कि वह किस समस्या को लेकर आया है और उसका समाधान क्या है। Bageshwar Dham Sarkar में जाने के बाद अर्जी लगानी पड़ती है। उसके बाद महाराज जी मुलाकात होता है। महाराज धीरेन्द्र कृष्ण जी धाम पर आए सभी लोगों के मन की बात जान लेते हैं और उसे कागज पर लिपिबद्ध भी कर देते हैं। Bageshwar Dham में रोज सुबह और शाम भंडारा चलता है जिसका कोई शुल्क नहीं लगता है।
कौन हैं चमत्कारी धीरेन्द्र कृष्ण जी महाराज (Who is Dhirendra Krishna Ji Maharaj)
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण जी शास्त्री का जन्म 4-7-1996 को छतरपुर जिले गड़ा गांव में हुआ था। Pandit Dhirendra Krishna Ji Shastri का बचपन इसी गड़ा गांव में बीता है। लोग बताते हैं कि वह बचपन से ही बहुत सरल और दयालु स्वाभाव के थे। धीरेन्द्र कृष्ण जी का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। उनकी पिता का नाम सरोज गर्ग तथा पिता का नाम राम करपाल गर्ग है। इनके दादाजी का नाम Bhagwan Das Garg है। Pandit Dhirendra Krishna Shastri के दादाजी एक विद्वान व्यक्ति थे और वह निर्मोही अखाड़े से जुड़े थे। पंडित धीरेन्द्र कृष्ण जी अपने दादाजी Bhagwan Das Garg को ही अपना गुरु मानते हैं। उन्होंने ही धीरेन्द्र कृष्ण जी को रामायण, भगवतगीता का पाठ करना सिखाया था।
धीरेन्द्र कृष्ण की शिक्षा (Education of Dhirendra Krishna)
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बताते हैं कि उनका जन्म एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था, इसलिए वह उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर सके। वह गांव के सरकारी स्कूल में ही पढ़ें। Pandit Dhirendra Krishna Shastri 8वी क्लास तक की पढ़ाई अपने गांव में ही की । उसके बाद 12वी तक की पढ़ाई गंज से की और बीए प्राइवेट विद्यालय से किया। इसके बाद श्री बालाजी की कृपा से वह समाज सेवा और मानव सेवा मे लग गए ।
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री कहते हैं कि मेरा परिवार बहुत गरीब था और उनके भाई और बहन भी साथ में ही रहते थे। उन्होंने 9 साल की उम्र से बालाजी सरकार यानि हनुमान जी की सेवा में लग गए थे। इनसे पहले उनके दादाजी जिनका नाम Bhagwan Das Garg था वह बालाजी सरकार का दरबार चलाते थे। धीरेन्द्र कृष्ण जी 12 साल की उम्र से ही भागवत गीता का प्रवचन देने लगे। वह यहीं गड़ा गांव में स्थित बालाजी जी के दरबार में साधना भी करते थे। उसी साधना का ऐसा प्रभाव है कि बालाजी की कृपा से अनेको सिद्धियां प्राप्त है।
धीरेन्द्र कृष्ण इतना विख्यात कैसे हुए ?
बागेश्वर धाम आने के बाद लोग पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का चमत्कार देखकर हैरान हो जाते हैं। इन्ही चमत्कारों को लोग सोशल मीडिया और यूट्यूब के माध्यम से देखते हैं और फिर बागेश्वर धाम आते हैं। आज के समय में यूट्यूब एक ऐसा माध्यम बन गया है जिसके द्वारा किसी को भी लोग समझ सकते हैं, सुन सकते हैं।
Bageshwar Dham में टोकन कैसे मिलता है ?
महाराज पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से मिलने के लिए अर्जी लगानी पढ़ती है। उसके लिए आपको बागेश्वर धाम पर जाकर टोकन लेना पड़ेगा। लेकिन वहां टोकन रोज-रोज नहीं बंटता है। टोकन महीने में एक या दो बार बाटा जाता है। टोकन कब मिलेगा इसके लिए बागेश्वर धाम सरकार की Helpline No. पर फोन करना होगा।
बागेश्वर धाम में इस महिला की खुली पोल
बागेश्वर धाम की सच्चाई (Bageshwar Dham ki Sachchai in Hindi)
नमस्कार दोस्तों ! बागेश्वर धाम में महाराज जी से मिलने के लिए एक ऐसी महिला आई थी जिसका कई लोगों के साथ गलत संबंध था। उसने सोचा होगा कि बाबा जी को सारी बात सर पता चलेगी नहीं, लेकिन महाराज जी ने जब उसका पर्चा बनाया तभी उन्होंने उसकी सारी असलियत जान ली थी और चुपचाप उस महिला की बात सुन रहे थे।
महिला जोर-जोर से रो रही थी और अपनी व्यथा को बता रही थी कि मैं हमेशा बीमार रहती हूं, मेरे ऊपर किसी ने कुछ करवा दिया है, मेरा कोई संतान नहीं है, मेरे हस्बैंड से मेरा नहीं बनता है। ऐसे अनेक आरोप अपने घर के लोगों पर लगा रही थी, लेकिन महाराज जी तो अंतर्यामी है। उन्होंने कहा बहन तुम्हारा तो बहुत लोगों के साथ गलत संबंध है। तुम सुधर जाओ, इसी में तुम्हारी भलाई है। महिला का कहना था कि महाराज जी मैं अपने मन से कुछ नहीं करती हूं मेरे दिमाग में कोई भूत प्रेत हावी भी हो जाता है और मेरे से ऐसा गलत काम करवा देता है। महाराज जी ने कहा कि कोई भूत प्रेत तुम्हारे ऊपर हावी हो करके ऐसा कुछ नहीं करता है। यह सब तुम्हारे दिमाग का उपज है और यह सारा कुछ तुम ही करती हो। तुम अपने को सुधार लो, तो सब ठीक हो जाएगा।
दोस्तों ! जैसा कि आप सब लोग जानते हैं की बागेश्वर धाम जो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है और वहां पर महाराज जी का दरबार लगता है। जहां रोज हजारों श्रद्धालु अपनी अर्जी लगाने के लिए जाते हैं और उनकी सुनवाई वहां पर होती है। अगर आप की भी कोई समस्या है तो आप बागेश्वर धाम श्री बालाजी के दरबार में जाकर अपनी अर्जी लगा सकते हैं। उसके बाद आपको महाराज जी के बताए अनुसार पेशी करना पड़ता है, तभी आपका सारा कार्य सफल होता है।
अगर यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा है तो कृपया कमेंट करके हमें जरूर बताएं ताकि हम और भी अच्छी अच्छी जानकारी आप तक पहुंचाते रहें ।
FAQ.
- बागेश्वर धाम सरकार अर्जी लगाने का तारिका क्या है? Bageshwar Dham Sarkar Arji Lagane Ka Tarika kya hai ?
- बागेश्वर धाम में टोकन कब मिलेगा ? Bageshwar Dham me Token Kab Milega?
- बागेश्वर धाम की अर्जी कैसे लगाएं घर बैठे ? Bageshwar Dham me Ghar Bethe Arji Kaise lagaye ?
- बागेश्वर बालाजी धाम कहां पर है ? Bageshwar Dham kaha par hai ?
- बागेश्वर धाम की अर्जी कैसे लगाई जाती है ? Bageshwar Dham me Arji kaise lagayi jati hai ?
- बागेश्वर धाम का मोबाइल नंबर क्या है ? Bageshwar Dham ka mobile no. kya hai ?
- बागेश्वर धाम जाने का रास्ता क्या है ? Bageshwar Dham jaane ka rasta kya hai ?
- छतरपुर से बागेश्वर धाम कितने किलोमीटर है ? Chhatarpur se Bageshwar Dham kitna dur hai ?
- बागेश्वर धाम की website क्या है ? Bageshwar Dham ki website kya hai ?
- बागेश्वर धाम में कैसे होती है मनोकामना पूरी, बागेश्वर धाम की संपूर्ण जानकारी ?
- बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के लिए क्या करें ? Bageshwar Dham me arji lagane ke liye kya karen?
- बागेश्वर धाम में टोकन कब मिलेगा? Bageshwar me tokan kab milega?
- बागेश्वर धाम कौन जिला में है? Bageshwar Dham kaun jila me hai?
- बागेश्वर धाम में क्या होता है? Bageshwar Dham me kya hota hai?