यदि मिर्गी की बीमारी से परेशान हैं और उसका ईलाज नीरज क्लीनिक ऋषिकेश (Neeraj Clinic Rishikesh) से कराना चाहते हैं तो उसकी पूरी जानकारी हासिल कर लें। उसके बाद वहां ईलाज के लिए जाएँ। मै नीरज क्लिनिक में ईलाज के लिए अपने घर के एक व्यक्ति को लेकर गया था। मुझे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा। आपको बता दें पहले हमारी नीरज क्लिनिक में फोन पर बात हुई तो उन्होंने बोला कि यहाँ पर हर संडे को फ्री कैम्प लगता है और फ्री दवा दी जाती है। यहाँ के आयुर्वेदिक डॉक्टर मरीज का नब्ज देखकर रोग का ईलाज करते हैं। नब्ज देखने के बाद डॉक्टर अपने हाथ से मरीज को दवा खिलाते हैं। यहाँ गारंटी के साथ ईलाज किया जाता है। यह सारी बातें सुनकर हमने अपने मरीज को लेकर ईलाज के लिए चले गए।
हम 500 रूपये के टिकट कटाकर सुबह 9 बजे नीरज क्लिनिक (Neeraj Clinic Rishikesh) पहुंचे। उसके बाद वहां पर हमने मरीज का नाम लिखवाया। थोड़ी देर में हमारा नंबर आ गया और उन्होंने हमें बुलाया। मै जब काउंटर पर गया तो मुझसे 1000 रूपये फ़ीस मांगने लगे। तो मैंने उनको अपना व्हाट्सप खोलकर फ्री ईलाज वाला मैसेज दिखाया। व्हाट्सप देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि आप 3 नंबर कमरे में चले जाईये। वहां एक डॉक्टर ने हमारे मरीज को देखा और दवा लिख दिया और बोला आप 2 नंबर कमरे में जाईये। उसके बाद हम 2 नंबर कमरे में गए। वहां गए तो उन्होंने हमारे काम धंधे के बारे में पूछा। आप कहाँ से आये हो और क्या काम करते हो। हमने बताया कि मै एक गरीब आदमी हूँ 15000 महीने का लगभग कमाता हूँ। यह सब सुनने के बाद उन्होंने बोला यहाँ का ईलाज काफी महंगा है। एक दिन का दवा का खर्च 160 रूपये के हिसाब से महीने का करीब 5000 रूपये लगेगा। हमने कहा नहीं हम गरीब आदमी हैं इतना महंगा ईलाज हम नहीं करा सकते। तो उन्होंने कहा अभी आप कितने पैसे दे सकते हैं। मैंने फिर उनको कुछ पैसे दिए और उन्होंने मुझे दवा दिया। मैंने यह सोचकर दवा ले लिया कि इतनी दूर से आये हैं तो दवा लेकर देख ही लेते हैं। दोस्तों ! अगर आप भी नीरज क्लिनिक ऋषिकेश जाकर ईलाज कराना चाहते हैं तो सारी चीजें फोन पर कन्फर्म कर लें, फिर वहा जाएँ।
मेरी नीरज क्लिनिक के मालिक से रिक्वेस्ट है कि भारत में एक तो ऐसे ही गरीबी है और अगर किसी के घर में इस प्रकार की बीमारी किसी को हो जाती है तो वह कैसे उसका ईलाज कराएगा। एक मजदुर जो 12 से 15 हजार रूपये महीने का कमाता होगा तो वह अपने परिवार और बच्चों का पेट पालेगा या इतना महंगा ईलाज कराएगा। लोग तो आपके यहाँ फ्री और सस्ते इलाज के चक्कर में जाते हैं और आपलोग इतना ज्यादा पैसे का डिमांड करते हैं कि मरीज दुबारा जाने के बारे में 10 बार सोचेगा। नीरज जी मेरी आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि डॉक्टर तो भगवान का दूसरा रूप होता है और डॉक्टर दुसरो की सेवा में संलग्न रहता है। उसका उद्देश्य सिर्फ पैसा कमाना नहीं होना चाहिए। धन्यवाद्।
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